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लिरिक्स - रोज़ाना - फिर से - मोहित चौहान
In this post you can get the lyrics of song "Rozana" sung by Mohit Chauhan & Tulsi Kumar.
METAL CHORDS

Song Rozana
Singer Mohit Chauhan, Tulsi Kumar
Lyrics Rashmi Virag
Music Jeet Gannguli
Label T-Series
लालाला... रोज़ाना
तुम हो खबर ऐसी, पढता हूँ जिसको मैं
अख़बार के जैसे, रोज़ाना
तेरे नाम से अक्सर पन्ने सजाता हूँ,
बिन बात बस यूँ ही, रोज़ाना.
मेरा वक़्त तुम्हे बिन देखे न कटते
और देखूं तो नज़रें ये न हटें.
तुम हो खबर ऐसी, पढ़ती हूँ जिसको मैं
अख़बार के जैसे, रोज़ाना.
तेरे नाम से अक्सर, पन्ने सजाता हूँ
बिन बात बस यूँ ही, रोज़ाना.
तू मेरी आदत सा बनता जा रहा,
लोग कहते मैं बिगड़ता जा रहा,
हाँ ख्वाब तेरे देखती हूँ रात दिन
तू मेरी पलकों पे चलता जा रहा
मुझे रंग तेरे बस पक्के लगते हैं,
बाकी सब रिश्ते कचे लगते हैं,
तुम हो ग़ज़ल ऐसी, जिसे दिल से लिखता हूँ
अपने ख्यालों में, रोज़ाना.
तुम हो खबर ऐसी ..... same as above
हो गये जो मेरे हालात हो,
ओढना चाहूँ जिसे वो रात हो,
जैसे ये कॉफ़ी की लत छूटे नहीं,
बिन तेरे ये दिन मेरे बीते नहीं.
तेरे दर्द भी मुझको मीठे लगते हैं,
और दुनिया के गम झूठे लगते हैं.
तुम हो सफ़र ऐसा, जिसपे निकलता हूँ,
मैं नींद में अक्सर, रोज़ाना.
तुम हो गुनाह ऐसा, जिसे जानकर के मैं,
बस कर ही देता हूँ, रोज़ाना
The End
Lyrics of song Rozana
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लिरिक्स - रोज़ाना - फिर से - मोहित चौहान
In this post you can get the lyrics of song "Rozana" sung by Mohit Chauhan & Tulsi Kumar.
METAL CHORDS

Song Rozana
Singer Mohit Chauhan, Tulsi Kumar
Lyrics Rashmi Virag
Music Jeet Gannguli
Label T-Series
Rozana Lyrics
ह्म्म्म .... ह्म्म्म .... हम्मलालाला... रोज़ाना
तुम हो खबर ऐसी, पढता हूँ जिसको मैं
अख़बार के जैसे, रोज़ाना
तेरे नाम से अक्सर पन्ने सजाता हूँ,
बिन बात बस यूँ ही, रोज़ाना.
मेरा वक़्त तुम्हे बिन देखे न कटते
और देखूं तो नज़रें ये न हटें.
तुम हो खबर ऐसी, पढ़ती हूँ जिसको मैं
अख़बार के जैसे, रोज़ाना.
तेरे नाम से अक्सर, पन्ने सजाता हूँ
बिन बात बस यूँ ही, रोज़ाना.
तू मेरी आदत सा बनता जा रहा,
लोग कहते मैं बिगड़ता जा रहा,
हाँ ख्वाब तेरे देखती हूँ रात दिन
तू मेरी पलकों पे चलता जा रहा
मुझे रंग तेरे बस पक्के लगते हैं,
बाकी सब रिश्ते कचे लगते हैं,
तुम हो ग़ज़ल ऐसी, जिसे दिल से लिखता हूँ
अपने ख्यालों में, रोज़ाना.
तुम हो खबर ऐसी ..... same as above
हो गये जो मेरे हालात हो,
ओढना चाहूँ जिसे वो रात हो,
जैसे ये कॉफ़ी की लत छूटे नहीं,
बिन तेरे ये दिन मेरे बीते नहीं.
तेरे दर्द भी मुझको मीठे लगते हैं,
और दुनिया के गम झूठे लगते हैं.
तुम हो सफ़र ऐसा, जिसपे निकलता हूँ,
मैं नींद में अक्सर, रोज़ाना.
तुम हो गुनाह ऐसा, जिसे जानकर के मैं,
बस कर ही देता हूँ, रोज़ाना
The End
Lyrics of song Rozana
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